नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इकनॉमिक एंड सोशल रिसर्च (NIESR) के मुताबिक ब्रिटेन इस साल मंदी की चपेट में आजाएगा। उसने लोगों को इस स्थिति से बचाने के लिए वित्त मंत्री ऋषि सुनक से और उपाय करने की अपील की है। वित्त मंत्रालय का कहना है कि सरकार लोगों की हरसंभव मदद कर रही है।
यूनिवर्सल क्रेडिट में हर हफ्ते बढ़ोतरी करनी चाहिए
NIESR ने ब्रिटेन की इकॉनमी पर अपने ताजा तिमाही अनुमान में कहा है कि महंगाई की सबसे ज्यादा मार गरीब परिवारों पर पड़ी है। रिपोर्ट के मुताबिक NIESR ने कहा कि सरकार को मई से अक्टूबर के बीच यूनिवर्सल क्रेडिट मेंहर हफ्ते 25 पाउंड की बढ़ोतरी करनी चाहिए। इससे सरकार पर 1.3 अरब पाउंड का बोझ पड़ेगा। अगर उन्हें यह सपोर्ट नहीं दिया गया तो इससे देश में गरीबी बढ़ेगी। इससे लाखों परिवारों के सामने भूखों मरने की नौबत आ जाएगी।
महंगाई 30 साल के उच्चतम स्तर पर
NIESR के मुताबिक 2022 में महंगाई 7.8% रहेगी और 2024 तक यह तीन फीसदी से ऊपर रहेगी। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने महंगाई का टारगेट दो फीसदी रखा है। बैंक ऑफ इंग्लैंड का कहना है कि कुछ ही महीनों में महंगई 10 फीसदी तक पहुंच सकती है। ब्रिटेन में महंगाई 30 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इससे लोगों को दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। देश में मंदी की आहट सुनाई देने लगी है।
15 लाख परिवार
एक नई रिसर्च के मुताबिक अगले एक साल में करीब 15 लाख परिवार खाने पीने की चीजों और एनर्जी का बिल चुकाने की स्थिति में नहीं होंगे। महंगाई और भारी टैक्स ने उनका बजट बिगाड़कर रख दिया है।