आप अपने फूड में अपनी पसंद की चीजों के साथ ही अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियां शामिल करें। क्योंकि इन सब्जियों में फाइबर और न्यूट्रिऐंट्स बहुत अधिक मात्रा में होते हैं। जो शरीर में फैटको बढ़ने से रोकते हैं। फ्रूट्स हमारी डायट में जितने अधिक शामिल होते हैं, हमारा शरीर उतना मजबूत बनाता है।
हरी सब्जियों को सेहत के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। इनमें पाए जाने वाले एंटीआक्सीडेंट्स, फाइबर, फोलेट एवं पोटेशियम के तत्व, कोलेस्ट्रॉल और रक्त में मौजूद अमिनो एसिड का स्तर कम करने में मदद कर सकते हैं। जो लोग नियमित रूप से फलों का सेवन करते हैं उनकी खूबसूरती प्राकृतिक रूप से बढ़ने लगती है और दिल भी मजबूत रहता है।
फ्रूट्स अधिक खाने से हमारी क्रेविंग शांत रहती है। यानी बार-बार होनेवाला भूख का अहसास कम होता है। इससे हम अपने शरीर की जरूरत से अधिक कैलरी लेने से बच जाते हैं। इससे मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही हार्ट को मजबूती भी मिलती है। अनार को सेहत ही नहीं दिल के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है।
अनार रक्त में नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ाता है। जिससे धमनियों की सिकुड़न और ब्लड प्रेशर की तकलीफ दूर हो सकती है। टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसका इस्तेमाल हम हर दिन सलाद और सब्जी के रूप में करते हैं। टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को घटाकर धमनियों की देखभाल करता हैं। लहसुन को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लहसुन दिल के लिए सबसे बेहतर है। यह संक्रमण एवं कैंसर के खतरे से भी बचाने का काम कर सकता है।
सेब एक ऐसा फल है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। सेब में पेक्टिन होता है जो कोलेस्ट्रॉल को घटाने और धमनियों को खोलने में मददगार होता है। सेब दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकता है। ड्राई फ्रूट में अखरोट, काजू-बादाम दिल की सेहत के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं। इनमें पाए जाने वाले विटामिन-ई, मैगनीशियम, कॉपर और फायटोकैमिकल्स दिल की सेहत के लिए मददगार हो सकते हैं। इसमें मौजूद एलीसिन तत्व कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाकर रक्त के थक्के बनने से रोकने में मदद कर सकता है।
तनाव दिल ही नहीं बल्कि पूरी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। मानसिक आघात का अनुभव करने वाले लोगों की अक्सर दिल का दौरा पड़ने से मौत हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि तनाव को दूर रखा जाए। अच्छी नींद तनाव से छुटकारा दिलाने में बेहद मददगार होती है।
नींद दिमागमे जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने मे मदद करती है। कैलोरी की मात्रा कम करें। डेस्जर्ट, मिठाइयां, बेकरी आइटम, शुगरी ड्रिंक के साथ-साथ प्रोसेस्ड या रिफाइंड फूड्स जैसे फूड्स से अनचाही कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है जिससे वजन बढ़ सकता है, फैट का जमाव हो सकता है, पहले से मौजूद डायबिटीज को और बिगड़ सकता है।
तंबाकू का सेवन किसी के लिए भी जोखिम भरा है, विशेष रूप से शराब से ज्यादा नकुसान हाता है। शराब पीने वाले अन्य धूम्रपान करने वालों की तुलना में दिल की बीमारी के खतरों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। भोजन में अधिक नमक की मात्रा होने से रक्तचाप बढ़ जाता है। एक दिन में पाच ग्राम से ज्यादा नमक हीं खाना चाहिए। ज्यादा लेने से हृदय संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। जहां तक हो सके ताजा खाना चाहिए।