पहले लोग अपने बालों को रंगने के लिए मेंहदी का इस्तेमाल करते थे, इसे एक तरह का देसी नुस्खा माना जाता था। जो दादा-दादी के जमाने से ही काफी असरदार माना जाता है। आज भी कई घरों में महिलाएं और पुरुष अपने बालों को रंगने के लिए अपने सिर पर मेहंदी लगाते हैं।
बाजार में वैसे तो कई रंग उपलब्ध हैं लेकिन मेहंदी आज भी लोगों की पहली पसंद मानी जाती है। इसकी खासियत यह है कि बालों को कलर करने के अलावा इसके कई फायदे भी होते हैं और इस वजह से ये कई सालों से लोगों की ब्यूटी रूटीन का हिस्सा बनी हुई हैं।
ज्यादातर लोगों का मानना है कि मेहंदी को लंबे समय तक लगाने से बेहतरीन परिणाम मिलते हैं। लेकिन ऐसा सोचना गलत है। हम आपको लंबे समय तक बालों में मेहंदी लगाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं।
बालों की चमक गुम जाती है
जानकारों के मुताबिक अगर मेहंदी को लंबे समय तक बालों में लगाया जाए तो इसकी चमक खत्म हो सकती है। कुछ लोगों की आदत होती है कि रात को अच्छे परिणामों के घेरे में मेंहदी लगाकर सो जाते हैं और फिर सुबह नहाते समय इसे धोते हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से बालों की नमी धीरे-धीरे दूर हो जाती है। बालों में मेंहदी को ज्यादा से ज्यादा 3 घंटे तक रखना सबसे अच्छा होता है।
सिर की त्वचा सूखी हो जाती है
मेंहदी को लंबे समय तक बालों में रखने से न सिर्फ बाल बल्कि स्कैल्प भी सुखी हो जाती है। नमी घटने से स्कैल्प में डैंड्रफ हो सकता है और समय के साथ बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। बहुत से लोगों को मेंहदी में तेल मिलाकर बालों में लगाने की आदत होती है लेकिन यह तरीका हानिकारक है। मेंहदी को सामान्य पानी में भिगो के बालों पर कुछ देर के लिए लगाएं और फिर धो लें।
बालो का रंग
कुछ लोग अपने सिर को ठंडा रखने के लिए बालों में मेहंदी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह तरीका लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। वास्तव में, खोपड़ी को ठंडा करने की प्रक्रिया में बालों का रंग बदलना संभव है। क्योंकि रंग के लिए हाथों पर मेहंदी पाउडर यानि मेहंदी लगाई जाती है। किसी और शौक के लिए इसे बालों में लगाना मुश्किल हो सकता है।