भारतीय परिवारों के रोजाना के खाने में आपको चावल मिल जाएंगे। क्योंकि, ज्यादातर भारतीय परिवार रोजाना चावल बनाते हैं। बहुत से लोग यह भी कहते हैं कि अगर आपको सर्दी या खांसी है तो आपको चावल नहीं खाना चाहिए।
आयुर्वेदिक विज्ञान के अनुसार चावल में कफ निस्सारक गुण होते हैं। जिस तरह केला कफ पैदा करने में सक्षम होता है उसी तरह चावल भी आपके शरीर के तापमान को ठंडा रखता है। इसी वजह से जब जुकाम और खांसी हो तो हमेशा गर्म पानी और गर्म खाना खाने की सलाह दी जाती है।
आपने कई बार सुना होगा कि सर्दियों में चावल खाने से खांसी होती है। चावल खाँसी का कारण बनता है और खाँसी शरीर को कमजोर करती है। इसी वजह से विशेषज्ञ भी सर्दियों में चावल न खाने की सलाह देते हैं। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि बासी या ठंडे चावल ही शरीर को ठंडा रखते हैं। जब सर्दी या खांसी होने पर शरीर गर्म करने की कोशिश कर रहा हो तो ठंडे या बासी चावल से बचना चाहिए।
ऐसा बहुत कम होता है जब कोई डॉक्टर चावल न खाने की सलाह देता है। क्योंकि चावल में ठंडे होने के साथ-साथ कफ पैदा करने वाले गुण भी होते हैं। ऐसे में चावल आपकी सर्दी-खांसी की समस्या को बढ़ा सकता है। इतना ही नहीं यह हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर करने के लिए भी जिम्मेदार होता है। इसलिए सर्दी-खांसी या गले में संक्रमण होने पर डॉक्टर चावल, दही, मसालेदार खाना, केला आदि नहीं खाने की सलाह देते हैं।