अफगानिस्तान के हेरात में गुजरगाह मस्जिद में जुमा की नमाज के दौरान धमाका हुआ. टोलो न्यूज के मुताबिक, विस्फोट में मस्जिद के इमाम मुजीब इमाम रहमान अंसारी की मौत हो गई है। इस विस्फोट में करीब 15 लोगों की मौत हो गई है। हेरात के गवर्नर के एक प्रवक्ता ने कहा कि विस्फोट एक आत्मघाती हमले के कारण हुआ। पता चला कि जुमा की नमाज के दौरान मस्जिद के अंदर धमाका हुआ। हेरात पुलिस के प्रवक्ता महमूद रसोली ने कहा कि मुजीब रहमान अंसारी अपने कुछ गार्ड और नागरिकों के साथ मस्जिद जाते समय मारे गए।
मस्जिद के इमाम को तालिबान का समर्थक बताया जाता है। मुज़ीब रहमान अंसारी ने जून के अंत में समूह द्वारा आयोजित हजारों विद्वानों और बुजुर्गों की एक बड़ी सभा में तालिबान के बचाव में दृढ़ता से बात की।
तालिबान का कहना है कि एक साल पहले सत्ता संभालने के बाद से उन्होंने देश के सुरक्षा क्षेत्र में सुधार किया है, लेकिन हाल के महीनों में मस्जिदों को निशाना बनाकर कई विस्फोट हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान में बढ़ते हमलों पर चिंता व्यक्त की है। गौरतलब है कि इससे पहले भी अफगानिस्तान में मस्जिदों पर हमले हो चुके हैं। इस बार विस्फोट की तीव्रता अधिक बताई गई है।
जुमे की नमाज को लेकर मस्जिद में उमड़ी भीड़
अफगानिस्तान में मस्जिद में हुए विस्फोट की अभी तक किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिदी ने ट्वीट कर अंसारी की मौत पर शोक जताया और कहा कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
हेरात की मस्जिद में हुए धमाके के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. कहा जा रहा है कि विस्फोट में मारे गए इमाम को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते थे। जुमा की नमाज होने के कारण आज बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।