उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में बुधवार शाम एक पेड़ से दो नाबालिग दलित बहनों के शव लटके पाए जाने के बाद छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से एक आरोपी घायल हो गया। लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि छह आरोपियों की पहचान छोटू, जुनैद, सोहेल, हाफिजुल, करीमुद्दीन और आरिफ के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दोनों लड़कियों को पास के एक खेत में बहला-फुसलाकर ले जाने वाले सोहेल और जुनैद ने रेप किया।
बताया गया कि लड़कियों द्वारा मांग की गई कि आरोपी उनसे शादी करें। इसके बाद उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। उन्हें पेड़ से लटकाने में जुनैद और सोहेल का साथ हाफिजुल, आरीफ और करीमुद्दीन ने दिया। एसपी सुमन ने कहा कि छोटू को छोड़कर सभी आरोपी लखीमपुर खीरी के लालपुर गांव के रहने वाले थे। छोटू, जो पीड़िता का पड़ोसी था, ने दोनों लड़कियों को आरोपी से मिलवाया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि अगले कुछ घंटों में पोस्टमार्टम किया जाएगा।
17 और 15 साल की दो बहनों के परिवार के सदस्यों ने कहा कि उनके शव देखे जाने से तीन घंटे पहले घर के बाहर से उनका अपहरण किया गया था। पुलिस को शुरुआती जांच में शक था कि यह आत्महत्या का मामला है। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के मुताबिक, पीड़ित परिवार की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया जा रहा है। बुधवार को अफवाह फैलाने के बाद दावा किया गया था कि पुलिस शवों का पोस्टमार्टम करवा चुकी है जिसके बाद अफवाहों के परिणामस्वरूप स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया था।
वहीं पुलिस का कहना है कि दो आरोपियों ने कथित तौर पर लड़कियों के साथ यौन संबंध बनाने की बात स्वीकार की है। छह आरोपियों की पहचान जुनैद, सुहैल, आरिफ, हफीज, करीमुद्दीन और छोटू के रूप में हुई है। एसपी संजीव सुमन ने मीडियाकर्मियों को बताया कि, प्रारंभिक निष्कर्षों के आधार पर, दोनों बहनों को संदिग्धों द्वारा मौके पर फुसलाया गया जिसके बाद उन्होंने लड़कियों की इच्छा के बिना उनके साथ यौन संबंध स्थापित किए। इसके बाद, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि लड़कियां शादी करना चाहती थीं। पुलिस ने दावा किया कि संदिग्धों ने लड़कियों की जिद के बाद बहनों की कथित तौर पर हत्या कर दी।