वास्तु दोष उत्पन्न होने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है,जिसके कारण हमारे साथ दुःख और अशुभ घटनाएं घटित होने लगती हैं। वास्तुशास्त्र में कुछ सरल उपाय बताए गए हैं,जिनको अपनाकर आप सुख-शांति को आकर्षित कर सकते हैं।
उत्तर-पूर्व दिशा में स्टोर रूम ना बनाएं
घर की उत्तर-पूर्व दिशा में स्टोर रूम बनाने या वहां फालतू चीजें रखने से भी वहां रहने वाले लोगों को गहरे अवसाद का सामना करना पड़ सकता है। सबसे सही समाधान यह है कि उन सामानों को संबंधित दिशा क्षेत्रों में रखना चाहिए।
धार्मिक पुस्तकों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखना चाहिए
गलत दिशा में रखी गईं धार्मिक पुस्तकें वास्तु दोष का कारण बनती हैं। वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखना चाहिए। किसी दूसरी दिशा में,बेड के अंदर अथवा गद्दे या तकिये के नीचे धार्मिक पुस्तकें रखना शुभ नहीं होता।
गुलदस्ते में नए फूल लगाए
घर में किसी भी कमरे में सूखे हुए पुष्प नहीं रखने दें। यदि छोटे गुलदस्ते में रखे हुए फूल सूख जाएं, तो नए फूल लगा दें और सूखे पुष्पों को निकालकर बाहर फेंक दें।
सुबह में खिड़की – दरवाज़े खोल दे
सुबह के समय थोड़ी देर के लिए खिड़की,दरवाजे खोल दें ताकि ताजी हवा और सूर्य का प्रकाश घर में प्रवेश कर सके,ऐसा करने से सकरात्मक ऊर्जा आपके घर में आएगी,वास्तुदोष दूर होंगे।
उत्तर दिशा क्षेत्र में हरे पौधे रखें
दक्षिण-पूर्व (अग्नि तत्व)के वास्तु दिशा क्षेत्र में लाल घोड़ों का जोड़ा और उत्तर दिशा क्षेत्र में हरे पौधे रखने से भी अधिक धन आगमन की संभावना बनती है।
घी का एक दीपक नियमित जलाएं
अपने घर के मन्दिर में घी का एक दीपक नियमित जलाएं तथा घंटी भी बजाना चाहिए जिससे सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा घर से बहार निकलती है। इसी तरह घर में शंख रखने और बजाने से घर का वास्तु दोष दूर होता है।
देवताओं के चित्र आमने-सामने ना रखें
घर के पूजा-स्थल में देवी-देवताओं पर चढ़ाएं गए पुष्प-हार दूसरे दिन हटा देने चाहिए और भगवान को नए पुष्प-हार अर्पित करने चाहिए। इसी प्रकार पूजा घर में देवताओं के चित्र भूलकर भी आमने-सामने नहीं रखने चाहिए इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है।