पराठे, कुलचे और पूरियों में इस्तेमाल की जानेवाली अजवाइन के छोटे-छोटे दानों में सेहत छुपी हुई है। हल्के भूरे रंग की इस कड़वी जड़ी-बूटी को संस्कृत में उग्रगंध नाम से जाना जाता है। अजवाइन में फ़ाइबर, खनिज, विटामिन्स और ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। अजवाइन के कई सारे लाभ होते है जानने के लिए इस लेख को पूरा पढे।
ठंडी के मौसम में अक्सर सर्दी-जुक़ाम एवं कफ़ का सामना करना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए अजवाइन, अदरक और गुड़ को एक साथ पीसकर उसे गर्म करें और दिन में दो बार इसका सेवन करने से आराम मिलता है। यह मिश्रण कफ़ को बाहर निकालने मे और अस्थमा (दमा) एवं लगातार आ रही खांसी से भी राहत दिलाने मे मदद करता है।
अजवाइन में थाइमॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो कीटाणुनाशक के रूप में काम करता है। किसी तरह की चोट को साफ़ करना हो, तो गुनगुने अजावाइन के पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन्फ़ेक़्शन वाली जगह पर भी अजवाइन का पेस्ट बनाकर लगाने से आराम मिलता है।
गर्भावस्था के दौरान एसिडिटी और अपच जैसी परेशानियों को कम करने के लिए अजवाइन काफ़ी मददगार साबित होती है। डिलिवरी के बाद अजवाइन को पानी के साथ उबालकर इसे पीने से पेट की सफ़ाई होने के साथ-साथ शरीर को गर्मी भी मिलती है। छोटे बच्चों को भी अजवाइन का पानी दिया जाता है। पीरियड्स के दौरान होनेवाले दर्द में भी अजवाइन का गुनगुना पानी फ़ायदेमंद साबित होता है।
पाचन क्रिया ठीक करने के लिए अजवाइन को बराबर मात्रा में पीस लीजिए। उसके बाद उसमें हींग और सेंधा नमक स्वाद के मुताबिक मिलाकर उसका चूर्ण बनाकर किसी बोतल में भर लीजिए। अब एक चम्मच चूर्ण गर्म पानी के साथ लेनेसे फायदा मिलता है।
पूदीनें के दस ग्राम चूर्ण के साथ दस ग्राम अजवाइन तथा कपूर एक साफ बोतल में भरकर धूप में रख दीजिये। ये तीनों चीजें गलकर पानी बन जाएंगी। इस मिश्रण की पांच-सात बूंद पताशे के साथ खाने से पेट में मरोड़, जी मिचलाना, पेटदर्द जैसी समस्याओं में फायदा मिल सकता है।
यदि एसिडिटी की समस्या हों तो एक गिलास गर्म पानी में एक-एक चम्मच अजवाइन और जीरा मिलाकर उबालें। बाद में इसे थोड़ा ठंडा होने पर पिएं। गर्म पानी के साथ अजवाइन, सोंठ और काला नमक मिलाकर इसका सेवन कीजिए, इससे काफी राहत मिलती है। छाछ में अजवाइन और कालें नमक को मिलाकर पीनें से भी काफी आराम मिलता है।
कान के दर्द से तुरंत छुटकारा पाने के लिए अजवाइन तेल की दो बूंदें डालें। अगर दांत दर्द से परेशान हैं, तो गुनगुने पानी में एक चम्मच अजवाइन और नमक डालकर उससे गरारा करने से आराम मिलता है। अजवाइन भुनकर उसे पीस लें और टूथपेस्ट की तरह इस्तेमाल करन चाहिए। यह मसूड़ों में होनेवाली सूजन से भी आराम दिलाती है।
बदहजमीं की शिकायत होने पर एक कप पानी में एक चम्मच अजवाइन के बीजों को उबालें। इसे थोड़ा ठंडा होने पर पिएं। इसके अतिरिक्त एक ग्राम अजवाइन को एक चुटकी नमक के साथ मिलाकर खाने से पेट में बनने वाली गैस से पेट में होने वाले दर्द से आराम दिलाता है। तीन चम्मच अजवाइन के बीजों में नींबू का रस तथा काला नमक मिलाएं एंव इस मिश्रण को गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार पीने से फायदा मिलता है।
आप वजन बढ़ना चाहते हैं लेकिन आपको भूख नहीं लगती तो अजवाइन आपके लिए फायदेमंद साबित होती है। अजवाइन और सौंफ के बीजों को पीसकर उसमें काला नमक और घी मिलाकर उसे पके हुए चावलों के साथ खाने से भूख बढ़ती है। ओर वजन बढ़ाने मे मदद मिलती है।
अजीर्ण को गाय के मूत्र में 24 घंटे भिगोकर सुखा ले। यह अजवायन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में प्रतिदिन प्रातः-सायं रोगी को खिलाने से उदर में भरा हुआ जल निकल जाता है और रोग से स्थायी मुक्ति भी मिल जाती है। सत अजवायन पानी में मिलाकर रोग-दशा के अनुसार कुछ दिनों तक लेने से वायु-गोला का दर्द ठीक को जाता है। अजवायन दो ग्राम एवं पाच ग्राम गुड मिलाकर सेवन करे इससे पित्त दब जाती है।
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