बल्गेरियाई महिला फकीर बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां हमेशा चर्चा में रहती हैं और उन्होंने न केवल अपने देश के लिए बल्कि भारत सहित पूरी दुनिया के लिए भविष्यवाणियां कीं। भारत के बारे में बाबा वेंगा की एक भविष्यवाणी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। जिसमें उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में भारत में सूखे जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। यहां बता दें कि बाबा वेंगा ने साल 2022 के लिए कई भविष्यवाणियां की थीं, जिनमें से 2 सच हुई हैं।
भारत में 2022 में आएगी भूख – बाबा वेंगा
द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाबा वेंगा ने भारत के बारे में एक डरावनी भविष्यवाणी की थी। कहा कि वर्ष 2022 में दुनिया भर में तापमान में कमी आएगी जिससे टिड्डियों का प्रकोप बढ़ेगा। टिड्डियों के झुंड भारत पर हमला करेंगे जिससे देश में भारी फसल क्षति और सूखे की स्थिति पैदा होगी। भारत में भयंकर अकाल की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में टिड्डियों के झुंड ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश में दस्तक दी और फसलों को नष्ट कर दिया।
इस साल 6 में से 2 भविष्यवाणियां सच हुईं
बाबा वेंगा ने साल 2022 के लिए 6 भविष्यवाणियां की थीं, जिनमें से 2 अब तक सच हो रही हैं। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बाबा वेंगा की अन्य 4 भविष्यवाणियां भी सच हो सकती हैं।
ये 2 भविष्यवाणियां सच हुईं
बाबा वेंगा ने कुछ एशियाई देशों और ऑस्ट्रेलिया में बाढ़ के बारे में भविष्यवाणी की थी। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हैं, वहीं पाकिस्तान में बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा बाबा वेंगा ने कई शहरों में पानी की कमी की भविष्यवाणी भी की थी। वर्तमान में पुर्तगाल में पानी की कमी है, जबकि इटली सूखे का सामना कर रहा है।
क्या ये 4 भविष्यवाणियां सच होंगी?
बाबा वेंगा ने वर्ष 2022 के बारे में भविष्यवाणियां कीं जिसमें साइबेरिया में एक नए घातक वायरस का उदय शामिल था। उन्होंने विदेशी हमलों, टिड्डियों के हमलों और आभासी वास्तविकता के उदय की भी भविष्यवाणी की।
कौन हैं बाबा वेंगा?
बाबा वेंगा एक महिला फकीर थीं जो अपनी भविष्यवाणियों के लिए जानी जाती थीं। बाबा वेंगा का जन्म 1911 में बुल्गारिया में हुआ था। 12 साल की उम्र में ही उन्होंने अपनी दोनों आंखें खो दी थीं। लेकिन यह दावा किया जाता है कि भगवान ने उन्हें दिव्य दृष्टि दी थी। इसलिए उसकी आंखों की रोशनी चली गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाबा वेंगा एक तूफान के दौरान लापता हो गए थे और जब वे मिले तो उनकी आंखें रेत और धूल से ढकी हुई थीं। कहा जाता है कि उनका परिवार बहुत गरीब था और उनके पास इलाज के लिए भी पैसे नहीं थे। जिससे उसकी आंखें चली गईं। 1996 में बाबा वेंगा की मृत्यु हो गई और इससे पहले उन्होंने कई बड़ी भविष्यवाणियां कीं। यह भी कहा जाता है कि उनकी भविष्यवाणियां कभी लिखी नहीं गईं लेकिन उन्होंने इन भविष्यवाणियों को अपने अनुयायियों को बताया।