बरसात के मौसम में कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता हे क्योंकि इस सीज़न में बहुत सारे सुक्ष्मजीवो की प्रजनन क्षमता बढ़ने पैर उनकी तादात भी बढ़ती हे, साथ ही उनसे होने वाले संक्रमित रोग भी बढ़ जाते हे। बारिश में सबसे ज्यादा सर्दी-खांसी और बंद नाक की तकलीफ सताती हे, ऐसेमे अपने आप को इससे सुरक्षित रखने के लिए आप कुछ सालो से उपयोग किये जाने वाले घरेलू नुसख़े अपना सकते हो। आज हम ऐसेहि कुछ उपाय लेके आये हे।
बरसात में सर्दी-खांसी और बंद नाक से छुटकारा पाने के घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय:
अदरक और शहद का रस बरसात में होने वाले सर्दी-खांसी और बंद नाक जैसी तकलीफों से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा घरेलू नुस्खा है। अदरक में मौजूद कुछ रसायन सर्दी-खासी के लिए जिम्मेदार वायरस को ख़त्म करने की ताकत रखते है और वहीं शहद में जीवाणुरोधी एवं रोगाणुरोधी गुण होते है। जब शहद को अदरक के साथ मिलाया जाता है तब रोगाणुरोधी गुण और भी बढ़ जाता है।
खाने में लहसुन डालने से भी सर्दी-खांसी और बंद नाक से राहत पायी जा सकती है। लहसुन में मौजूद एलीसीन रसायन में रोगाणुरोधी गुण होता है। लहसुन को रोजमर्रा के खाने में डाला जा सकता है, कच्चा खाया जा सकता है, सीधा ही सेक के खा सकते है और सुप में डाल कर लिया जा सकता है। उससे बहुत सारे दूसरे रोगों से भी बचा जा सकता है जैसी मधुमेह।
तुलसी के पत्ते सर्दी -जुखाम से लड़ने की ताकत देते है। तुलसी शरीर में एंटीबॉडी का उत्पादन बढ़ाती है जिससे शरीर में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। इसीलिए सुबह ४-५ तुलसी के पत्ते चबाने से, तुलसी का काढ़ा पीनेसे, या तुलसी वाली चाय पीनेसे सर्दी- खासी एवं बंद नाक की तकलीफ से राहत मिलती है।
दालचीनी जो की हर रसोईघर में पाया जाता है, वह भी आयुर्वेदा के मुताबिक एक अच्छा उपाय है सर्दी-खासी से राहत पाने का। दालचीनी में एंटीवायरल क्षमता होती है, जो सर्दी करने वाले वायरस के सामने लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। दालचीनी को चाय में डाल के लिया जा सकता है या दालचीनी पाउडर को शहद (१ चम्मच शहद + १/४ चम्मच दालचीनी पाउडर ) के साथ लिया जा सकता है।
मुलेठी जिसको स्वीट वुड भी बोला जाता है, वह भी आयुर्वेदा के हिसाब से सर्दी- खासी में एक प्रभावी जड़ी बूटी मानी जाती है। मुलेठी पाउडर गले की खराश , सर्दी , ज़ुखाम एवं बंद नाक से राहत देता है। आप मुलेठी का पानी (१ गिलास गर्म पानी + १ चम्मच मुलेठी पाउडर ), मुलेठी चाय या मुलेठी काढ़ा ले सकते हो।
हल्दी वाला गरम दूध बहूत ही सामान्य घरलू नुसखा है सर्दी-खासी से छुटकारा पाने का। एक गिलास गरम दूध में १/४ चम्मच हल्दी डालनी है। उसमे अजवाइन और नमक भी डाल सकते है। हल्दी में जो एंटीबैक्टीरियल गुण होता है वह बलगम से राहत देता है। उसके अलावा हल्दी को शहद के साथ लेने से भी सर्दी-खांसी में राहत मिलती है।