कैलिफोर्निया के एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस पर कैलिफोर्निया के आसपास करीब 14 भारतीय महिलाओं से हेट क्राइम और लूटपाट करने का आरोप लगा है. एबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सांता क्लारा काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी कार्यालय के अनुसार, जून में शुरू हुए दो महीने के अपराध के दौरान आरोपी ने कथित तौर पर भारतीय मूल की कम से कम 14 हिंदू महिलाओं को निशाना बनाया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, संदिग्ध ने पारंपरिक पोशाक और आभूषण पहने भारतीय महिलाओं को अपना निशाना बनाया. उसने कथित तौर पर उनकी कलाई खींची और उनके आभूषण छीने. सीबीएस की रिपोर्ट के अनुसार, एक घटना में संदिग्ध ने महिला से लूट के दौरान उसके पति के साथ मारपीट भी की.
50-73 साल की महिलाओं को बनाया ज्यादा निशाना
लूट की ज्यादातर घटनाएं दक्षिण खाड़ी के आसपास रिपोर्ट की गई थीं. इसमें मिलपिटास, सैन जोस, सांता क्लारा और सनीवेल शामिल हैं. जांच में सामने आया कि जब आरोपी ने हमला किया, उस वक्त लगभग सभी पीड़ितों ने कथित तौर पर एक साड़ी, बिंदी या अन्य भारतीय पोषाक पहन रखी थी. जिन पीड़ितों को निशाना बनाया गया उनकी उम्र 50-73 साल के बीच थी. अनुमान के मुताबिक संदिग्ध ने कम से कम 35,000 डॉलर कीमत के हार इन महिलाओं से लूटे हैं.
आरोपी की उम्र 37 साल
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सांता क्लारा में पुलिस ने यूएस मार्शल के साथ संदिग्ध को गिरफ्तार किया. आरोपी की पहचान ईस्ट पालो ऑल्टो के 37 वर्षीय लाथन जॉनसन के रूप में हुई है. डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी जेफ रोसेन ने एक बयान में इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा, ‘मैं अपने दक्षिण एशियाई समुदाय से कहना चाहता हूं कि जो कोई भी आपको निशाना बनाएगा और हमला करेगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा और हमारे कानून के तहत उसे कठोर सजा दी जाएगी.’
एक पीड़िता ने बताया, रोड पर घसीटा गया था
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के अनुसार, इन हमलों को शुरू में “दक्षिण एशियाई विरोधी” के रूप में देखा गया था और जिला अटॉर्नी द्वारा “हिंदू विरोधी घृणा अपराध” के रूप में वर्गीकृत किया गया था. एक टीवी चैनल से बात करते हुए, एक पीड़िता डीए रोसेन ने कहा, ‘उनकी जूलरी पकड़कर उनको रोड पर घसीटा गया था. उनके पति की भी पिटाई की गई थी.’ वहीं हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने इस तरह की घटनाओं की निंदा की है.