दुनिया भर में, कोरोना वायरस ने लोगों के जीने और काम करने के तरीके को बदल दिया है, और इसके केस दुबारा से बढ़ रहे है। चीन में कोरोना के केस पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे है. चीन और यूरोप समेत दुनिया के कई हिस्सों में दोबारा संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पश्चिमी यूरोप के कई देशों में कोरोना के मामले बढ़े हैं.
डब्ल्यूएचओ ने स्वीकार किया कि दुनिया के कई हिस्सों में डेल्टाक्रॉन के मामले सामने आए हैं। फ्रांस, नीदरलैंड, डेनमार्क और अमेरिका में डेल्टाक्रॉन के मामले सामने आए हैं। डेल्टाक्रॉन कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट से बना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि डेल्टाक्रॉन की आनुवंशिक पृष्ठभूमि डेल्टा संस्करण के समान है। साथ ही कुछ उत्परिवर्तन जैसे ओमिक्रॉन जैसे भी है। इसलिए इसका नाम ‘डेल्टाक्रॉन’ रखा गया है। ओमिक्रॉन को अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वेरिएंट बताया गया है, जबकि डेल्टा वेरिएंट ने पिछले साल कई देशों में कहर बरपाया था।
डेल्टाक्रॉन के लक्षण
यूरोपीय स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी वर्तमान में डेल्टाक्रॉन की जांच कर रही है। ऐसे मामलों में फिलहाल इन मुद्दों का पता लगाना बहुत मुश्किल है, लेकिन ज्यादातर मामलों में ये लक्षण देखे गए हैं।
– ज्यादा बुखार
– खांसी
– गंध की क्षमता को नुकसान
– बहती नाक
– थकान महसूस करना
– सिरदर्द
– सांस लेने में कठिनाई
– मांसपेशियों या शरीर में दर्द
– गले में खराश, उल्टी और दस्त
क्या भारत में भी आएगी चौथी लहर?
आईएमए कोच्चि के रिसर्च सेल के प्रमुख डॉ. राजीव जयदेव ने कहा, “चीन के विपरीत, भारत में जबरदस्त हाइब्रिड इम्युनिटी है।” पिछले साल देश में एक और लहर आई, जिसके बाद देश में तेजी से टीकाकरण हुआ, जिससे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है। इसलिए भारत में कोरोना का संक्रमण चीन की तरह तेजी से नहीं फैलेगा।
डेल्टाक्रोन से बचने के लिए क्या करें?
डेल्टाक्रॉन से बचने के लिए मास्क पहनें, सामाजिक दूरी बनाए रखें और हाथों स्वच्छता जैसे नियमो का पालन करें।