पहली बार रणवीर सिंह फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार’ में गुज्जू की भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म 13 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म को लेकर फैंस काफी उत्साहित हैं, लेकिन इसी बीच फिल्म विवादों में आ गई है।
जयेशभाई ईस फिल्म में अपने अजन्मे बच्चे के लिए लड़ रहे हैं
इस फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज किया गया है। ट्रेलर में एक सीन है जिसमें रणवीर सिंह के किरदार जयेशभाई के माता-पिता अपनी गर्भवती बहू को लिंग निर्धारण के लिए ले जाते हैं, यानी जन्म से पहले बच्चे के लिंग की जांच करने के लिए। फिल्म में रणवीर सिंह एक गुजराती लड़के की भूमिका निभा रहे हैं, जिसके माता-पिता हमेशा अपनी बहू से एक लड़का चाहते हैं।
वकील पवन प्रकाश पाठक द्वारा याचिका दाखल
फिल्म में जयेशभाई के माता-पिता तय करते हैं कि अगर लड़की पैदा हुई तो वे उसे मार देंगे। जयेशभाई ईस फिल्म में अपने अजन्मे बच्चे के लिए लड़ रहे हैं। वह अपने बच्चे को बचाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है और इसी पर फिल्म बनाई गई है। दिल्ली की एक अदालत नें रणवीर सिंह की फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार’ के ट्रेलर को चुनौती दी है, जिसमें वकील पवन प्रकाश पाठक द्वारा दाखल एक याचिका में कहा गया है कि डिलीवरी से पहले बच्चे के लिंग का परीक्षण करना ‘कानूनी रूप से प्रतिबंधित’ है।
सीन को फिल्म से हटाने की मांग
पवन प्रकाश चाहते हैं कि इस सीन को ‘प्रतिबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देने के आधार पर’ फिल्म से हटा दिया जाए। फिल्म को आदित्य चोपड़ा और मनीष शर्मा ने प्रोड्यूस किया है। यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म की कहानी काफी अनोखी है और दिव्यांग ठक्कर द्वारा निर्देशित, ईस फिल्म मे रत्ना पाठक शाह और बोमन ईरानी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।