दूध आप भले ही पिएं लेकिन कभी-कभी दूध में जैतून का तेल मिलाकर पी लें, पेट की कई समस्याओं से निजात मिल जाएगी। बरसात के मौसम में बार-बार पेट खराब होने के कारण पेट खराब, दस्त, पेट में ऐंठन के साथ ही कुछ लोगों को हमेशा कब्ज की समस्या रहती है।
दूध में जैतून का तेल मिलाकर पीने से पुरानी कब्ज दूर हो जाती है। जैतून का तेल एक अत्यंत स्वस्थ सुपरफूड है, जो अपने मोनोसैचुरेटेड वसा के कारण शरीर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। शुद्ध जैतून का तेल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करता है।
दिल से संबंधित बीमारियों से बचाव करता है। विटामिन ई त्वचा की समस्याओं को भी कम करता है। जैतून में एंटीऑक्सिडेंट, फैटी एसिड होते हैं, जो संक्रमण को रोक सकते हैं। वहीं दूध से हड्डियां, दांत मजबूत होते हैं। शरीर में कई अन्य पोषक तत्वों की कमी को दूर करता है। लेकिन जब आप दूध में जैतून के तेल की कुछ बूंदें मिलाते हैं, तो आप जानते हैं कि यहां क्या फायदे हो सकते हैं.
दूध और जैतून के तेल के अपने पोषक तत्व और स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हालांकि, जब इन दोनों को एक साथ लिया जाता है, तो लाभ बढ़ जाता है। आप एक गिलास गुनगुने दूध में एक चम्मच जैतून का तेल मिलाकर पिएं। पुरानी कब्ज की समस्या से निजात मिलेगी। पेट की सेहत अच्छी बनी रहेगी।
पाचन तंत्र ठीक से काम करता है। कुछ लोगों को कब्ज होने पर ब्लीडिंग की समस्या होती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो रात को सोने से पहले गर्म दूध में जैतून का तेल मिलाएं। इससे सुबह शौच करने में न तो दर्द होगा और न ही खून बहेगा।
दूध के अलावा आप फलों के रस के साथ जैतून का तेल भी पी सकते हैं। इसे गुनगुने पानी में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर भी पिया जा सकता है। हालांकि, जैतून के तेल का स्वाद कड़वा होता है, इसलिए आप इसे थोड़े से शहद के साथ पी सकते हैं।
इसे फलों के रस के साथ मिलाकर पीना सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। अगर आप फलों को काटकर फ्रूट सलाद बनाते हैं तो उस पर जैतून का तेल भी डाल सकते हैं। कब्ज की समस्या दूर होने के साथ ही फलों के फायदे शरीर को भी होंगे।