50-60 की उम्र में एक्टिव रहना बहुत जरूरी है ताकि आपकी याददाश्त खराब न हो। 3,000 मध्यम आयु वर्ग के लोगों का अध्ययन करके, शोधकर्ताओं ने शारीरिक व्यायाम और स्मृति के बीच एक कड़ी की खोज की है। शोध से पता चलता है कि जो लोग सप्ताह में तीन बार व्यायाम करते हैं, जैसे साइकिल चलाना, टहलना या चलना, उनकी याददाश्त बेहतर होती है।
व्यायाम से शरीर में रक्त का संचार होता है। मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करने वाले संवेदी तंतु समाप्त होना बंद हो जाते हैं और स्मृति बनी रहती है या उसमें सुधार होता है। इस शोध के नतीजे जर्नल ऑफ कम्युनिकेशन मेडिसिन में प्रकाशित किए गए हैं। पीटर्सबर्ग विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा कि शोध के नतीजे बताते हैं कि स्मृति और व्यायाम के बीच एक संबंध है।
अध्ययन में पाया गया कि व्यायाम के बाद 55 से 68 वर्ष की आयु के लोगों की याददाश्त में 69 से 85 वर्ष की आयु के लोगों की तुलना में बेहतर सुधार हुआ। अध्ययन में यह भी पाया गया कि कम से कम चार महीने तक सप्ताह में तीन बार व्यायाम करने से याददाश्त को काफी फायदा होता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए व्यायाम भी महत्वपूर्ण है। इसलिए वृद्ध लोगों की स्मृति जीवित रहती है। इस से देखभाल करने वालों और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर बोझ भी कम हो सकता है। बस अपनी याददास्त को बहेतर बनाने के लिए कहते रहिए और शरीर को तंदुरस्त रखिए।
शोध में दौड़ने, चलने, साइकिल चलाने और तैराकी जैसे व्यायामों पर ध्यान केंद्रित किया गया। योग या जिम जैसे व्यायाम शामिल नहीं थे। बेशक यह भी याददाश्त में सुधार करता है।