गरदन का दर्द लोगों को प्रायः हो जाता है। ऐसे में गरदन को इधर-उधर घुमाने में काफी दर्द होता है। कभी-कभी लापरवाही के कारण गरदन में सूजन भी आ जाती है। गरदन में दर्द और सूजन होने पर तुरंत उपचार करना चाहिए तथा किसी योग्य वैद्य या चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
जो लोग एक तरफ गरदन मोड़कर बैठते हैं या फिर रात को एक करवट सोते हैं, उनकी गरदन अकड़ जाती है क्योंकि नसों द्वारा खून का संचरण उचित रीति से नहीं हो पाता। कुछ लोग गद्दे पर सोते हैं तो उनकी गरदन गद्दे में धंस जाती है और दर्द करने लगती है।
गरदन उचकाकर एक ही दिशा में देखने के कारण भी गरदन में दर्द पैदा हो जाता है। सिर पर बोझ रखकर उठाने तथा सर्दी गरमी से गरदन का प्रभावित हो जाना भी दर्द का कारण बन जाता है। गरदन में चटख भी पैदा हो जाती है। गरदन में अकड़न की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कई बार नसें भी चटखने लगती हैं।
गरदन का दर्द को तुरंत दूर करनेके घरेलू उपचार:
मेथी के दानों को पीसकर लेप तैयार कर लें। फिर इस लेप को सुबह, दोपहर और शाम को गरदन पर लगाएं। असगंध और सोंठ दोनों एक-एक चम्मच लेकर सुबह शाम दूध से सेवन करें। एक पोटली में अजवायन और जरा-सी हींग बांध लें। फिर इसे तवे पर बार-बार गरम करके गरदन की सेंकाई करें।
सरसों के तेल में चार लौंग डालकर उसे अच्छी तरह पका लें। इस तेल से गरदन की चारों तरफ से मालिश करें। लहसुन की दो पूतियां 100 ग्राम सरसों या तिली के तेल में पकाकर वह तेल गरदन पर मलें। एरंड के बीजों की 5 ग्राम मींगी लेकर दूध में पीस लें। फिर रोगी को रात में सोते समय पिलाएं। इससे गरदन तथा कमर का दर्द जाता रहता है। 10 ग्राम सोंठ का चूर्ण सरसों के तेल में पका लें। फिर छानकर गरदन पर ऊपर से नीचे की ओर मलें।
पपीते का पत्ता लेकर उसे आंच दिखाएं। फिर उसमें सरसों का तेल चुपड़ें। इस पत्ते को गरदन पर लपेटकर ऊपर से ढीली करके पट्टी बांध दें। ग्वारपाठा लेकर इसका गूदा निकाल लें। फिर सरसों के तेल में भूनकर इसकी टिकिया बनाएं। यह टिकिया दर्द वाले स्थान पर बांधें।
जायफल पीसकर चंदन की तरह गरदन पर लेप करें। राई तथा सरसों का तेल मिलाकर गरदन पर धीरे-धीरे मालिश करे। झुर्रियां शरीर तथा चेहरे पर झर्रियां वृद्धावस्था में ही आती हैं।
हालांकि ये कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन अगर इसे नजरअंदाज कर दिया गया तो भविष्य में ये गंभी समस्या का रूप भी ले सकती है.कई बार हमारी दिनचर्या भी गर्दन में दर्द का कारण बन जाती है.
यह समस्या काफी सारे कारणों से हो सकती है, इसलिए इसके सटीक कारणों का पता लगाना काफी मुश्किल हो सकता है। इसके बावजूद, गर्दन में दर्द पर किए गए अध्ययनों से स्पष्ट है कि निम्नलिखित कारणों से यह समस्या हो सकती है
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