ड्रैगन फ्रूट इसके रंग रूप को देखते हुए इसे यह नाम दिया गया है। ड्रैगन फ्रूट का उपयोग शरीर से जुड़े कई विकारों से आराम पाने के लिए किया जा सकता है। ड्रैगन फ्रूट का वैज्ञानिक नाम हिलोकेरेस अंडटस है। यह दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है। यह एक किस्म की बेल पर लगने वाला फल है, जो कैक्टेसिया फैमिली से संबंधित है।
इसके तने गूदेदार और रसीले होते हैं। ड्रैगन फ्रूट दो प्रकार का होता है – सफेद गूदे वाला और लाल गूदे वाला। खास यह है कि इसके फूल बहुत ही सुगंधित होते हैं, जो रात में ही खिलते हैं और सुबह होने तक झड़ जाते हैं। इसके गुणों और फायदों को देखते हुए अब इसे पटाया, क्वींसलैंड, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स में भी उगाया जाने लगा है। इसका उपयोग सलाद, मुरब्बा, जेली और शेक बनाकर किया जा सकता है।
ड्रैगन फ्रूट में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव के साथ-साथ फ्लेवोनोइड, फेनोलिक एसिड, एस्कॉर्बिक एसिड और फाइबर होता है। ये सभी तत्व ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, जिन लोगों को डायबिटीज नहीं है, उनके लिए ड्रैगन फ्रूट्स का सेवन डायबिटीज से बचने का अच्छा तरीका हो सकता है।
ड्रैगन फ्रूट्स बीटालायंस, पॉलीफेनोल्स और एस्कॉर्बिक एसिड जैसे प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट से युक्त होता है, जिस कारण यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का प्रभाव कम करके हृदय को सुरक्षित रखने में मदद करता है। इसके अलावा, ड्रैगन फ्रूट में पाए जाने वाले छोटे-छोटे काले बीज ओमेगा-3 और ओमेगा-9 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकते है।
ड्रैगन फ्रूट के फायदे कैंसर में आराम पाने में देखे गए हैं। इसमें एंटीट्यूमर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण देखे गए हैं। साथ ही इस पर किए गए प्रयोग में भी पाया गया कि ड्रैगन फ्रूट में पाए जाने वाले ये खास गुण महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं।
ड्रैगन फ्रूट खाने के फायदे में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना भी शामिल है। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल शरीर में कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है, जिसमें दिल का दौरा और स्ट्रोक भी शामिल है। इसके लिए ड्रैगन फ्रूट का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है।
ड्रैगन फ्रूट बेनिफिट्स पेट संबंधित समस्याओं से आराम पाने में भी मिल सकते हैं। दरअसल, इसमें मौजूद ओलिगोसैकराइड में प्रीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो आंत में हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। इससे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। ये पेट और आंत के अच्छे माइक्रोबायोम को बढ़ावा देते हैं। इससे पेट और आंत से जुड़े विकारों को दूर रखने में और पेट व आंत को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही ड्रैगन फ्रूट्स फाइबर और कई विटामिन से युक्त होता है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
गठिया या अर्थराइटिस ऐसी शारीरिक समस्या है, जो जोड़ों को प्रभावित करती है। इसमें जोड़ों में दर्द होता है, सूजन आती है और उन्हें हिलाने में समस्या होती है। यह कई कारणों से हो सकता है और इनमें एक कारण शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का बढ़ जाना भी है, जिसे कम करने के लिए एक अच्छे एंटीऑक्सीडेंट का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। बताया जाता है कि ड्रैगन फ्रूट एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है और गठिया से आराम दिलाने में मदद कर सकता है।
ड्रैगन फ्रूट का उपयोग डेंगू का उपचार करने में सहायक साबित हो सकता है। इसके लिए ड्रैगन फ्रूट के बीज का उपयोग किया जा सकता है। इन बीजों के फाइटोकेमिकल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं, जो डेंगू के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते है। साथ ही, इसमें मौजूद विटामिन-सी शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। फिलहाल, इस संबंध में और वैज्ञानिक शोध किया जा रहा है कि ड्रैगन फ्रूट कैसे डेंगू में फायदा कर सकता है।