भारतीय टीम में अपने खेल से जगह पक्की कर चुके 33 साल के रवींद्र जडेजा पिछले 3-4 सालों में टीम इंडिया के एक अहम सदस्य बन चुके हैं। कुछ सालों से जडेजा अपनी बल्लेबाजी मे सुधार लाकर टीम में अपने रोल को और बढ़ा लिया था। जडेजा गेंदबाजी के साथ-साथ बल्ले से भी टीम के लिए अहम पारियों का योगदान करने लगे। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ जडेजा ने 3 पारियों में 70 रन बनाए और एक भी बार उन्होंने अपना विकेट नहीं गंवाया।
अपने निकनेम जड्डू से पहचाने जाने वाले रवींद्र जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 को जामनगर में हुआ था, उनका बचपन काफी कठिनाइयों में गुजरा था। जडेजा के पिता जामनगर में ही सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे और मां अस्पताल में नर्स थीं।
मां उन्हें क्रिकेटर बनाना चाहती थी, जबकि पिता आर्मी में भेजना चाहते थे। हालांकि जडेजा की मां अपने बेटे को भारतीय टीम की जर्सी में नहीं देख पाई। 2006 में अंडर-19 विश्व कप से ठीक एक साल पहले उनकी मां का निधन हो गया था।
बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ अपनी चुस्त फील्डिंग के कारण पहचाने जाने वाले रवींद्र जडेजा के लिए 2008 अंडर-19 विश्व कप काफी बदलाव लेकर आया। 2008 विश्व कप विजय के बाद रवींद्र जडेजा को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थान रॉयल्स से खेलने का मौका मिला, जिसके ठीक एक साल बाद वह भारतीय टीम में आ गए और उन्होंने अब तक अपने आप को एक अहम खिलाड़ी के तौर पर ढाल लिया है।
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने साल 2016 में रिवाबा जडेजा से शादी कर ली। पेशे से समाजसेवी रिवाबा जडेजा ने साल 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान राजनीति में भी कदम रखा और तब से वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। दोनों को एक बेटी है और उसका नाम निध्याना है। बाएं हाथ के बल्लेबाज रवींद्र जडेजा को घुड़सवारी का काफी शौक है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके पास इस वक्त 97 करोड़ रुपए की संपत्ति हैं। जडेजा जामनगर में ही रहते हैं और खाली वक्त पर वह अपने फार्म हाउस में ही घुड़सवारी करते नजर आते हैं।