केसर के फायदे अनगिनत होते हैं। केसर के फायदे खूबसूरती और त्वचा की रंगत निखारने के साथ-साथ खाने का स्वाद और रंगत बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। केसर को मसालों का राजा भी कहा जाता है। इसे सैफ्रॉन या जाफरान के नाम से भी जाना जाता है। केसर में डेढ़ सौ से भी ज्यादा ऐसे औषधीय तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को पूर्ण रुप से स्वस्थ रखने में सहायक होती है। जम्मू-कश्मीर में अक्टूबर से फरवरी के बीच बड़ी मात्रा में केसर को उगाया जाता है। आइए जानते हैं केसर के फायदे ।
स्वस्थ हृदय के लिए केसर का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। शोध में पाया गया कि केसर में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो धमनियों और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक हो सकता है। इसके अलावा, इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। शोध में आगे जानकारी दी गई कि केसर की चाय में मोजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हृदय संबंधित रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं। केसर थियामिन और राइबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्वों में भी समृद्ध होता है, जो स्वस्थ हृदय को के साथ ही हृदय संबंधी विभिन्न समस्याओं को रोकने में मदद कर सकते हैं। केसर में मौजूद क्रोसेटिन नामक कंपाउंड रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे दिल के दौरे की आशंका को कम हो सकती है ।
आजकल की लाइफस्टाइल में नींद न आने की समस्या लोगों में बढ़ती जा रही है। रात- रात भर स्मार्टफोन का इस्तेमाल और काम का तनाव नींद में सबसे बड़ी बाधा बनते हैं। ज्यादातर युवा तो सुबह के 4-5 बजे तक मोबाइल में या तो गेम्स खेलते रहते हैं या फिर वीडियोज़ देखते रहते हैं। ये सभी नींद न आने का सबसे बड़ा करण बनते हैं।
केसर अनिद्रा यानि नींद न आने की शिकायत को भी दूर करती है। दरअसल, केसर इंसोम्निया और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद साबित होती है। केसर में पाया जाने वाला क्रोसिन आंखों की नॉन-रैपिड गति को कम करता है और अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इससे अनिद्रा से जूझ रहे लोगों को काफी फायदा होता है और नींद न आने की वजह से होने वाली कई बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। इसके लिए रोज़ रात को सोने से पहले एक ग्लास गर्म दूध में चुटकी भर केसर मिलाकर 5 मिनट के लिए रख दें। उसके बाद दूध पी लें। आप चाहें तो इसमें मिठास लाने के लिए शहद भी डाल सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान भी केसर का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, चीनी पारंपरिक चिकित्सा के अनुसार, केसर का उपयोग प्रसव के दौरान कठिनाई और प्रसवोत्तर रक्तस्राव के दौरान किया जा सकता है। इस बात का जिक्र इससे जुड़े एक शोध में मिलता है। वहीं, यह भी माना जाता है कि केसर पहली तिमाही में भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा, शोध में यह भी जिक्र मिलता है कि पहली तिमाही के बाद लगभग 0.5-2 ग्राम प्रतिदिन ली जाने वाली खुराक प्रसव में मददगार हो सकती है। शोध में आगे यह भी जिक्र मिलता है कि केसर का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में नॉर्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ सकती है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और सटीक शोध की आवश्यकता है। वहीं, गर्भावस्था में इसका सेवन करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
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