मानव शरीर ईश्वर की सबसे अद्भुत और जटिल रचना है। मानव शरीर के अंगों, उपांगों के काम करने का एक विशेष तरीका होता है। साथ ही इससे जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्य भी हैं जो शायद आप नहीं जानते होंगे। इसलिए आज हम बात करेंगे शरीर के उन अंगों के बारे में जो हमेशा बढ़ते रहते हैं। यानी यह उम्र के साथ विकसित होता है। कभी न रुके। सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। लेकिन यह सच है और इसके वैज्ञानिक प्रमाण भी सामने आए हैं।
एक निश्चित उम्र के बाद हमारे अंगों का विकास रुक जाता है। लेकिन कुछ अंग इसके अपवाद हैं। ऐसे अंग हैं हमारी नाक और कान। हां, तुमने यह सही सुना। हमारे नाक और कान हमेशा बढ़ते रहते हैं। वर्षों के अध्ययन के बाद यह बात सामने आई है कि व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसके नाक और कान का विकास कभी नहीं रुकता। यानी इसकी लंबाई बढ़ जाती है। व्यक्ति की उम्र कोई भी हो।
नाक और कान के निरंतर विकास के लिए कार्टिलेज कोशिकाएं जिम्मेदार होती हैं। कार्टिलेज कोशिकाएं वे कोशिकाएं होती हैं जो विभाजित होती हैं और नाक और कान के आकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कान और नाक उपास्थि कोशिकाओं से बने होते हैं। जो उम्र के साथ और अधिक विभाजित होता जाता है जैसे-जैसे कान और नाक की लंबाई बढ़ती जाती है। एक अध्ययन के अनुसार कान की लंबाई प्रति वर्ष 0.22 मिलीमीटर बढ़ जाती है। यानी आपके कानों का विकास होता रहता है। आपकी उम्र कोई भी हो। कान हमारी सुनने की भावना है और नाक हमारी गंध की भावना है। दोनों का काम बहुत जरूरी है। और दोनों एक दूसरे से जुड़े भी हैं। और दोनों की संरचना भी एक ही है।