विटामिन ‘सी’ में भरपूर नीबू सारे भारत में पैदा होने वाला एक सुपरिचित फल है। खट्टा फल होते हुए भी इसकी खटाई नुकसान नहीं करती है। इसका सबसे बड़ा गुण कृमियों को नष्ट करना है। नीबू पेट, शांत, मलाशय आदि की सफाई करता है। कब्ज, उदर रोग, चर्म रोग, मोटापा, मलेरिया, गढ़िया, कृमि आदि रोगों को दूर करता है।
नीबू के रस में करीद की जड़ पीसकर लगाने से लाभ होता है। नीबू को काटकर सिर में मलने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है। नीबू का शरबत पीने से प्यास व ज्वर का वेग कम होता है। रात को सोते समय चेहरे पर नीबू का रस मिलाकर प्रात: कुनकुने पानी से मुंह धोने से मुंहासे व चेहरे के दाग-धब्बे मिटते हैं।
बरगद की पुरानी जटा नीबू के रस में घोटकर बालों में लगाकर आधे घंटे बाद कुनकुने पानी से बाल धोकर नारियल का तेल लगाएं। हर तीसरे दिन यही क्रिया करने से बाल गिरना रुककर लंबे, काले और मजबूत बनते हैं।
नीबू के रस में रसौत पीसकर लगाने से छाले मिट जाते हैं। नीबू पर सेंधा नमक लगाकर चूसने से लाभ होता है। जायफल को नीबू के रस में घिसकर चाटने से अजीर्ण रोग दूर होता है। कांख में नीबू के पत्तों का रस लगाने से दुर्गंध दूर होती है।
खड़ी मसूर को नीबू के रस में मिलाकर लगाने से झाइयां मिटती हैं। नीबू व चिरायते का रस 25-25 ग्राम मिलाकर पीने से मौसमी बुखार ठीक हो जाता है। नीबू के रस में अफीम मिलाकर लगाने से गंजापन, बाल झड़ना तथा फुंसियों में लाभ होता है।
बिजौरा नीबू का रस व छोटी पीपल का चूर्ण, मक्खन में मिलाकर खाने से हृदयशूल व क्षय रोग का नाश होता है। मधुमक्खी या बर्र के काटने पर नीबू के रस में नमक मिलाकर लगाएं। अनारदाना व बिजौरा नीबू के अंदर की केसर खिलाने से शराब का नशा उतर जाता है।
2 कप पानी में, 2 तोला नीबू का रस 3-3 घंटे के अंतराल में पिलाने से लाभ होता है। 5 ग्राम नीबू का रस, 5 ग्राम जवाखार, 4 ग्राम सुहागा, 3 ग्राम नीला थोथा पीसकर मस्से पर लगाने से कुछ ही दिनों में मस्सा झड़ जाता है।
नीबू के बीज ठंडे पानी में पीसकर नाभि पर लेप करके उस पर ठंडे पानी की पतली धार डालें। थोड़ी ही देर में मूत्र खुलकर आएगा। कुनकुने पानी में शक्कर व नीबू का रस मिलाकर पीने से कब्ज दूर होता है।
नीबू के रस में अफीम घिसकर चाटने से अतिसार में लाभ होता है। नीबू के रस की दो बूंदें आंखों में डालने से रतौंधी दूर होती है। नीबू का रस दिन में दो बार दाद खुजाकर लगाने से दाद मिटता है। नीबू के रस में शक्कर मिलाकर पिलाने से धतूरे के विष में लाभ होता है।
नीबू व लहसुन का रस समभाग मिलाकर लगाने से जूं ,लीख मर जाती हैं। ताजा पानी में एक नीबू निचोड़कर 4-5 घंटे के अंतर में पीने से पुराने तथा नए गठिया रोग में लाभ होता है। एक कप दही में, एक नीबू का रस मिलाकर बालों की जड़ में आधा घंटा लगाकर बाल धोने से रूसी साफ होती है तथा बाल काले, घने और लंबे बने रहते हैं । 1-1 चम्मच नीबू व अदरक का रस 2 चम्मच शहद मिलाकर पीने से पेटदर्द ठीक हो जाता है।
नीबू में सोंठ व सेंधा नमक लगाकर गरम कर चूसने से अजीर्ण में लाभ होता है । नीबू का रस, गुलाबजल व ग्लिसरीन समभाग मिलाकर चेहरे व हाथ-पैरों पर लगाने से रंग निखरता है, मुंहासे व झाइयां मिटती हैं तथा हाथ-पैर नहीं फटते ।