Religious

राजस्थान के 3 रहस्यमई मंदिर, जिसके रहस्य जानकर चौंक जाएंगे

<h3><strong>1&period;ओम बन्ना मंदिर &lpar;जोधपुर&comma; राजस्थान &rpar;<&sol;strong><&sol;h3>&NewLine;<p><img class&equals;"alignnone size-full wp-image-1394" src&equals;"http&colon;&sol;&sol;hindustancoverage&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2021&sol;02&sol;ombanna&period;jpg" alt&equals;"" width&equals;"835" height&equals;"547" &sol;><&sol;p>&NewLine;<p>जोधपुर में ओम बन्ना का मंदिर अन्य सभी मंदिरों से बिल्कुल् ही अलग है&period; ओम बन्ना मंदिर की विशेषता है कि इसमें पूजा की जाने वाले भगवान की मूर्ति नहीं है बल्कि एक मोटरसाइकिल और उसके साथ ही ओम सिंह राठौर की फोटो रखी हुई है&comma; लोग उन्हीं की पूजा करते हैं&period; इस मोटरसाइकिल के बारे में कहा जाता है कि इसी मोटरसाइकिल से 1991 में ओम सिंह का एक्सिडेंट हो गया था&period; एक्सिडेंट में ओम सिंह की तत्काल मौत हो गई&period; लोकल पुलिस मोटरसाइकिल को पुलिस थाने लेकर चली गई लेकिन दूसरे दिन मोटरसाइकिल वापस एक्सिडेंट वाली जगह पर पहुंच गई&period;<&sol;p>&NewLine;<h3><strong>2&period;करनी माता का मंदिर<&sol;strong><&sol;h3>&NewLine;<p><img class&equals;"alignnone size-full wp-image-1393" src&equals;"http&colon;&sol;&sol;hindustancoverage&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2021&sol;02&sol;karni-mata&period;jpg" alt&equals;"" width&equals;"1305" height&equals;"1024" &sol;><&sol;p>&NewLine;<p>करनी माता का यह मंदिर जो बीकानेर &lpar;राजस्थान&rpar; में स्थित है&comma; बहुत ही अनोखा मंदिर है। इस मंदिर में रहते हैं लगभग 20 हजार काले चूहे। लाखों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामना पूरी करने आते हैं। करणी देवी&comma; जिन्हें दुर्गा का अवतार माना जाता है&comma; के मंदिर को &OpenCurlyQuote;चूहों वाला मंदिर’ भी कहा जाता है।<&sol;p>&NewLine;<p>यहां चूहों को काबा कहते हैं और इन्हें बाकायदा भोजन कराया जाता है और इनकी सुरक्षा की जाती है। यहां इतने चूहे हैं कि आपको पांव घिसटकर चलना पड़ेगा। अगर एक चूहा भी आपके पैरों के नीचे आ गया तो अपशकुन माना जाता है। कहा जाता है कि एक चूहा भी आपके पैर के ऊपर से होकर गुजर गया तो आप पर देवी की कृपा हो गई समझो और यदि आपने सफेद चूहा देख लिया तो आपकी मनोकामना पूर्ण हुई समझो।<&sol;p>&NewLine;<h3><strong>3&period; तनोट माता का मंदिर &lpar;राजस्थान&rpar;<&sol;strong><&sol;h3>&NewLine;<p><img class&equals;"alignnone size-full wp-image-1392" src&equals;"http&colon;&sol;&sol;hindustancoverage&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2021&sol;02&sol;tanot&lowbar;mata-1&period;jpg" alt&equals;"" width&equals;"840" height&equals;"550" &sol;><&sol;p>&NewLine;<p>तनोट माँ &lpar;तन्नोट माँ&rpar; का मन्दिर जैसलमेर जिले से लगभग एक सौ तीस कि॰मी॰ की दूरी पर स्थित हैं । तनोट राय को हिंगलाज माँ का ही एक रूप कहा हैं &comma; हिंगलाज माता जो वर्तमान में बलूचिस्तान जो पाकिस्तान में है &comma; वहाँ स्थापित है ।भाटी राजपूत नरेश तणुराव ने वि&period;सं&period; 828 में तनोट का मंदिर बनवाकर मूर्ति को स्थापित कि थी । इसी बीच भाटी तथा जैसलमेर के पड़ौसी इलाकों के लोग आज भी पूजते आ रहे है । सितम्बर 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हुआ। तनोट पर आक्रमण से पहले श‍त्रु &lpar;पाक&rpar; पूर्व में किशनगढ़ से 74 किमी दूर बुइली तक पश्चिम में साधेवाला से शाहगढ़ और उत्तर में अछरी टीबा से 6 किमी दूर तक कब्जा कर चुका था। तनोट तीन दिशाओं से घिरा हुआ था। यदि श‍‍त्रु तनोट पर कब्जा कर लेता तो वह रामगढ़ से लेकर शाहगढ़ तक के इलाके पर अपना दावा कर सकता था। अत&colon; तनोट पर अधिकार जमाना दोनों सेनाओं के लिए महत्वपूर्ण बन गया था।<&sol;p>&NewLine;<p>दुश्मन ने तनोट माता के मंदिर के आसपास के क्षेत्र में करीब 3 हजार गोले बरसाएँ पंरतु अधिकांश गोले अपना लक्ष्य चूक गए। अकेले मंदिर को निशाना बनाकर करीब 450 गोले दागे गए परंतु चमत्कारी रूप से एक भी गोला अपने निशाने पर नहीं लगा और मंदिर परिसर में गिरे गोलों में से एक भी नहीं फटा और मंदिर को खरोंच तक नहीं आई।<&sol;p>&NewLine;<p>सैनिकों ने यह मानकर कि माता अपने साथ है&comma; कम संख्या में होने के बावजूद पूरे आत्मविश्वास के साथ दुश्मन के हमलों का करारा जवाब दिया और उसके सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया। दुश्मन सेना भागने को मजबूर हो गई। कहते हैं सैनिकों को माता ने स्वप्न में आकर कहा था कि जब तक तुम मेरे मंदिर के परिसर में हो मैं तुम्हारी रक्षा करूँगी।<&sol;p>&NewLine;

Hindustan Coverage

Share
Published by
Hindustan Coverage

Recent Posts

क्या 5 साल से कम उम्र के बच्चों का भी लगेगा ट्रेन टिकट ? जानिए क्या है हकीकत

भारतीय रेलवे की मदद से रोजाना लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा…

2 years ago

जानिए कौन हैं भगवान शिव की पुत्री अशोक सुंदरी ? कैसे हुआ था अशोक सुंदरी का जन्म ?

सावन महीने की शुरूआत हो चुकी है । इस महीने में भगवान शिव की विशेष…

2 years ago

फिर से बदली जा सकती है स्मार्टफोन की बैटरी! जानें इसके फायदे और नुकसान

एक समय था कि जब हम स्मार्टफोन में बैटरी बदल सकते थे। लेकिन स्मार्टफोन ब्रांड…

2 years ago

चंद्रयान-3 आज होगा लॉन्च, जानिए कैसे देख सकते हैं चंद्रयान की उड़ान

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO आज चंद्रयान-3 मिशन को आज यानी 14 जुलाई को लॉन्च करने…

2 years ago

सावन का पहला सोमवार आज, जाने पूजन की विधि और महत्व

सावन मास को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना गया है, और भगवान शिव…

2 years ago

इस शहर मे टमाटर बिक रहे है मात्र 35 रुपये प्रति किलो! जाने क्या है कारण

भारत मे इन दिनों टमाटर के दाम आसमान छु रहे है। लोग टमाटर के दामों…

2 years ago