वैसे शरीर पर सफ़ेद दाग होने के कई कारण बताये जाते हे, पर साइंस के मुताबिक ये बीमारी तब होती हे जब इंसान में स्किन का रंग बनाने वाली कोशिकाएँ धीरे धीरे नष्ट होने लगती हे। इन कोशिकाओं का कार्य होता हे त्वचा के कलर के लिए ज़िम्मेदार मेलेनिन रसायन को बनाना।
पर जैसे ही यह कोशिकाएँ सूखने लगती हे तो शरीर के कुछ कुछ हिस्सों में मेलेनिन नहीं बन पता और वह हिस्सा सफ़ेद हो जाता हे। इस रोग को ल्यूकोडर्मा के नाम से जाना जाता हे। ज्यादातर डार्क स्किन वाले लोगों में ज्यादा पाया जाता हे।
यह एक जेनेटिक डिसऑर्डर भी माना जाता हे, अगर माता पिता में से किसी एक को हे तो बच्चे में आ सकता हे, उसके अलावा आग से जलना, अकस्मात् के दौरान कुछ कट्स से, खुजली, अल्सर भी इस बीमारी को न्योता दे सकते हे। असंतुलित खाना एवं कुछ रसायनों का सतत कॉन्टेक्ट भी यह रोग ला सकता हे। अब हम देखेंगे की किस तरह हम इस बीमारी को आगे बढ़ने से रोक सकते हे और भी घरेलू उपाय से।
आयुर्वेदिक उपाय:
सबसे पहला उपाय यह हे की हो सके तो लम्बी स्लीव वाले कपडे पहने ताकी सूर्य की किरणों में आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से स्किन को होने वाला नुकसान न हो।यह किरणे भी सफ़ेद दाग को बढ़ावा देती हे। हो सके तो सनलाइट से बचे।
पपीता इसका अक्सीर इलाज हे। पपीता का रस पीना चाहिए या फिर पपीते का पल्प स्किन के ऊपर रगड़ना चाहिए, जिससे सफ़ेद दाग की समस्या धीरे धीरे कम होने लगती हे।
अगर ल्युकोडेर्मा की प्रॉब्लम वाली व्यक्ति ज्यादा स्ट्रेस ले तो सफ़ेद दाग बढ़ने लगते हे, इसीलिए ऐसी व्यक्ति को स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए। लाल मिट्टी के साथ थोड़ा निम्बू का रस मिला के हर रोज़ इसे शरीर पर जो सफ़ेद दाग होते हे उसके ऊपर लगाना हे, यह ल्युकोडेर्मा में एक रामबाण इलाज माना जाता हे।
हो सके उतना ज्यादा पानी पीना चाहिए ऐसे लोगोंको जो इस बीमारी से लड़ रहे हे। पानी को ताम्बे के बर्तन में रत भर रखने के बाद सुबह यह पानी पीना चाहिए।ये काफी गुणकारी होता हे सफ़ेद दाग के मामले में।
बासिल के पत्तों में एंटी एजिंग एवं एंटी वायरल गुण होते हे, उसके अलावा हमारी त्वचा में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ाने की क्षमता होती हे, इसलिए हर रोज़ बासिल के क्रश में लेमन जूस मिलाकर उसे सफ़ेद दागो पे लगाने से उसमे काफी राहत मिलती हे। धीरे धीरे सफ़ेद दाग दूर होने लगते हे।
अखरोट भी काफी गुणकारी होता हे, इसलिए अखरोट खाने से एवं उसका पाउडर बनाके, पाउडर का पेस्ट पानी में मिलाके उसको सफ़ेद दागो पे दिन में तीन से चार बार लगाने से सफ़ेद दाग दूर होते हे।
हल्दी और सरसों का तेल मिक्स करके लगाना भी सफ़ेद दागो का अक्सीर इलाज़ माना जाता हे। विटामिन -C और जिंक वाला आहार ज्यादा लेना चाहिए।