इजरायल के नेतृत्व वाली एक शोध टीम ने लक्षित दवाओं और इम्यूनोथेरेपी का उपयोग करके सिर और गर्दन के कैंसर (HNC) के लिए संभावित नए उपचार विकसित किए हैं। दक्षिणी इज़राइल में बेन गुरियन विश्वविद्यालय (BGU) ने इसकी घोषणा की थी।
शोध परिणाम प्रकाशित
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट है कि इजरायल, चीनी, फ्रेंच, जर्मन और अमेरिकी शोधकर्ताओं द्वारा लिखित परिणाम रविवार को कैंसर के लिए इम्यूनोथेरेपी पत्रिका में प्रकाशित किए गए थे। पूर्व-नैदानिक अध्ययनों के माध्यम से, शोधकर्ताओं ने एक नए उपचार यौगिक, ट्रेमैटिनिब, एक कैंसर की दवा की खोज की है। यह कैंसर साइट पर एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका (WBC) लाता है और एंटी-पीडी-1 को रोकता है, एक इम्यूनोथेरेपी जो सीधे कैंसर कोशिकाओं को नहीं मारती बल्कि इसे रोकती है।
क्या कहता है शोध?
अनुसंधान से पता चलता है कि पारंपरिक नैदानिक उपचारों में, कैंसर कोशिकाओं के लक्षित अति सक्रिय मार्गों को रोकने में ट्रेमैटिनिब को प्रभावी नहीं दिखाया गया है। शोधकर्ताओं ने तब ट्यूमर-होस्ट इंटरैक्शन का विश्लेषण किया जो ट्यूमर-इलाज वाले चूहों में प्रतिरक्षा की सुविधा प्रदान करता है और पाया कि एंटी-पीडी -1 के साथ प्रतिरोधी ट्यूमर छोटे ट्रेमैटिनिब उपचार का उपयोग करके इम्यूनोथेरेपी के लिए अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।
अध्ययन के लेखक का बयान
बीजीयू के एक बयान में अध्ययन संवाददाता लेखक मोशे अल्काबेट्स ने कहा, “हमें पूरी उम्मीद है कि ऑन्कोलॉजिस्ट एचएनसी रोगियों में इस उपचार संयोजन का परीक्षण करेंगे क्योंकि इम्यूनोथेरेपी प्रभावकारिता में सुधार कर सकती है और कैंसर रोगियों के अस्तित्व को बढ़ा सकती है।”
भारतीय रेलवे की मदद से रोजाना लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा…
सावन महीने की शुरूआत हो चुकी है । इस महीने में भगवान शिव की विशेष…
एक समय था कि जब हम स्मार्टफोन में बैटरी बदल सकते थे। लेकिन स्मार्टफोन ब्रांड…
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO आज चंद्रयान-3 मिशन को आज यानी 14 जुलाई को लॉन्च करने…
सावन मास को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना गया है, और भगवान शिव…
भारत मे इन दिनों टमाटर के दाम आसमान छु रहे है। लोग टमाटर के दामों…