Religious

आखिर आलिया-रणबीर ने क्यों लिए 4 ही फेरें, जाने इसके पीछे का कारण

<p><img class&equals;"alignnone size-full wp-image-5727" src&equals;"http&colon;&sol;&sol;hindustancoverage&period;com&sol;wp-content&sol;uploads&sol;2022&sol;04&sol;ranbir&lowbar;alia&lowbar;wedding&lowbar;first&lowbar;pics&lowbar;live&period;jpg" alt&equals;"" width&equals;"1200" height&equals;"900" &sol;>भारतीय संस्कृति के अनुसार शादी पुरे विधि-विधान &lpar;hindu marriage rituals&rpar; के साथ की जाती है। भारत में शादी की हर रस्म का एक खास महत्व होता है। 7 फेरें लेके शादी की जाती है। हिंदु धर्म में 7 फेरे &lpar;7 rounds of hindu marriage&rpar; लेकर शादी की जाती है। हर फेरें के पीछे एक अर्थ होता है। इन फेंरो झरिये पति-पत्नी एक-दूसरे से कुछ वादे करते हैं और उसे ताउम्र निभाने का वचन भी देते है।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>कुछ लोग 4 फेरें लेकर करते हैं शादी-<&sol;strong> हालांकि&comma; कुछ लोग 4 फेरें लेकर शादी करते है। हाल ही में पति-पति बने एक्टर रणबीर कपूर और आलिया भट्ट ने 7 नहीं बल्कि 4 फेरे लिए हैं। शादी में 4 फेरे लिए जाने की पुष्टि एक साक्षात्कार में खुद आलिया के भाई राहुल भट्ट ने की है। शादी में 4 फेरे लेने के पीछे भी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ धार्मिक मान्यताएं निहित à¤¹à¥ˆà¤‚।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>क्यों लिया जाते हैं 7 फेरें<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;<p><strong>पहला फेराः<&sol;strong> पहला फेरा अपने आराध्य से आशीर्वाद पाने के लिए लिया जाता है। भगवान से ये विनती की जाती है कि वे अपनी कृपादृष्टि होने वाले पति-पत्नी के जीवन पर बनाए रखें।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>दूसरा फेरा&colon;<&sol;strong> पहले फेरे की ही तरह दूसरे फेरे में भगवान से शक्ति मांगी जाती है। पति-पत्नी एकदूसरे का हर मुश्किल घड़ी में साथ देने की कसम खाते हैं।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>तीसरा फेरा&colon;<&sol;strong> माना जाता है कि तीसरा फेरा ताउम्र साथ निभाने का वचन होता है।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>चौथा फेरा&colon;<&sol;strong> पति-पत्नी वचन देते हैं कि अपना दायित्व पूरी ईमानदारी से निभाएंगे।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>पांचवा फेरा&colon;<&sol;strong> इस फेरे को अनंत काल तक साथ निभाने के वचन के रूप में देखा जाता है।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>छठा फेरा&colon;<&sol;strong> इस फेरे का अर्थ माना जाता है कि पति-पत्नी के प्रति वफादार और प्रतिबद्ध रहेंगे।<&sol;p>&NewLine;<p><strong>सातवां फेरा&colon;<&sol;strong> सातवें फेरे में पति-पत्नी एक-दूसरे के आजीवन इसी तरह भगवान के आशीर्वाद से साथ रहने का वचन देते हैं और अपनी नई गृहस्थी की शुरुआत के लिए आगे बढ़ते हैं।<&sol;p>&NewLine;

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