सौंफ का पानी नियमित रूप से पीने से पेट के कई विकार दूर हो सकते है। अपच, सूजन, पेट फूलना, गैस बनना, कब्ज आदि समस्याओं से निजात मिल सकता है। सौंफ में काफी मात्रा में फाइबर होते हैं. जो आपको पेट भरा होने का अहसास करता है। इससे आप ज्यादा कैलोरी लेने से बच जाते हैं और वजन कम करने में मदद करेगा।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट अबरात मुल्तानी बताते हैं कि सौंफ आयुर्वेद के अनुसार ठंडी तासीर की होती है इसलिए गर्मी में इसका इस्तेमाल बढ़ जाता है। सौंफ वातानुलोमन यानि गैस को निकालने वाली होती है। सौंफ में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो सेहतमंद रहने के लिए बहुत जरूरी हैं। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती हैं और ताजगी का एहसास कराती है इसलिए इसका उपयोग भारत मे एक शानदार माउथ फ्रेशनर के तौर पर सदियों से किया जाता रहा है। फाइबर्स की उच्च मात्रा इसे पेट रोग की महाऔषधि बनाती है।
सिंकी हुई सौंफ मिश्री के साथ खाने से आवाज तो मधुर होती ही है यह खांसी भी भगाती है। दो कप पानी में उबली हुई एक चम्मच सौंफ को दो या तीन बार लेने से अपच और कफ की समस्या समाप्त होती है।
सौंफ़ के बीजों में एंटीमिक्राबियल गुण होते हैं जिसकी वजह से त्वचा की समस्याएं भी दूर हो सकती है। त्वचा को निखारने के लिए, मुठ्ठी भर के सौंफ के बीजों को पानी में उबालें और उबलने के बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें। इस मिश्रण को सौंफ के तेल की कुछ बूंदों के साथ मिलाएं और छान लें। रूई की सहायता से इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगाएं और अपनी त्वचा को निखारें।
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