बॉलीवुड फिल्मों में अगर किसिंग सीन या रोमांटिक सीन न हों तो फिल्म अधूरी ही लगती है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब हीरो और हीरोइन के बीच रोमांस के सीन भी बहुत सोच समझकर फिल्माए जाते थे। 50 और 60 के दशक में शायद ही कोई ऐसा सीन हो जहां हीरो और हीरोइन को एक-दूसरे के इतने करीब दिखाया गया हो। रोमांस और इंटिमेसी दिखाना तो दूर की बात थी।
किसिंग सीन की शूटिंग 1933 में आई फिल्म कर्मा में हुई थी
आज की फिल्मों में बोल्ड सीन दिए जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदी सिनेमा का पहला किसिंग सीन कब, कैसे और किस फिल्म में फिल्माया गया था। बॉलीवुड का पहला किसिंग सीन साल 1933 में फिल्म ‘कर्मा’ में शूट किया गया था। यह सीन अभिनेत्री देविका रानी और अभिनेता हिमांशु रॉय के बीच शूट किया गया था। यह बॉलीवुड का पहला 4 मिनट का किस था।
उस दौर का सबसे लंबा रोमांटिक सीन
कर्मा फिल्म में दिखाया गया किसिंग सीन उस दौर का सबसे लंबा रोमांटिक सीन था। इसमें देविका ने हिमांशु को कई बार कुछ देर किस किया। यह सीन करीब 4 मिनट तक चला। यह सीन कोई लव मेकिंग सीन नहीं था बल्कि फिल्म की कास्ट बेहोश हो जाती है और एक्ट्रेस उन्हें होश में लाने के लिए किस करती है। इस सीन को बॉलीवुड के इतिहास में पहला किसिंग सीन के तौर पर रिकॉर्ड किया गया था।
अभिनेता-अभिनेत्री की भारी आलोचना हुई
फिल्म कर्मा के इस किसिंग सीन के बाद फिल्म के निर्माता और अभिनेता-अभिनेत्री की काफी आलोचना हुई और फिल्म पर बैन भी लगा दिया गया। उस समय पर्दे पर एक सीन करना बड़ी बात थी, लेकिन अभिनेता हिमांशु राय और देविका रानी ने ऐसा करके एक बड़ा कदम उठाया। देविका और हिमांशु की शादी हो चुकी थी इसलिए उन्हें यह सीन करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
देविका रानी पद्मश्री से सम्मानित
दादा साहब फाल्के पुरस्कार की शुरुआत 1970 में हुई थी। यह भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा पुरस्कार है। इसकी पहली विजेता देविका रानी थी। इसके अलावा देविका रानी पद्मश्री से सम्मानित होने वाली फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला बनीं