शास्त्रों में भगवान कृष्ण को मोर पहने हुए दिखाया गया है। इसके अलावा हिंदू धर्म के अनुसार मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, इंद्रदेव और भगवान कार्तिकेय को भी मोरपंख बेहद प्रिय हैं। मोरपंख न सिर्फ घर की शोभा बढ़ाता है बल्कि इसके और भी कई फायदे शास्त्रों में बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र में मोर को सुख, समृद्धि और धन से जोड़ा गया है। ऐसा माना जाता है कि सामने का पंख घर में रखने से कई तरह के वास्तु दोषों का समाधान होता है। हालांकि इससे जुड़े कुछ खास नियमों को ध्यान में रखने की जरूरत है।
विंग को माउंट करने की सही दिशा क्या है
मोर को घर में रखने से पहले जान लें यह नियम। किसी भी शुभ अवसर पर जब भी आप मोर खरीदकर घर ले आएं तो उसे घर की अग्नि दिशा यानी दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। यह दिशा अग्रभाग रखने के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। ऐसा करने से अगर घर में किसी प्रकार की आर्थिक तंगी आ रही है तो उसका समाधान हो जाएगा। साथ ही परिवार के सदस्यों की तरक्की के अन्य रास्ते भी खुलेंगे।
कुंडली में राहु दोष हो तो मोर पंख के पास रखें
वास्तु के जानकारों का मानना है कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु दोष है तो उसे मोरों से घिरा होना चाहिए। मोरपंखा कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा के प्रसार को कम करता है और इसे घर में रखने से ग्रह दोषों से राहत मिलती है।
मोरपंख को तिजोरी में रखें
वास्तु के जानकारों का कहना है कि मोर को तिजोरी में रखने से धन की वृद्धि होती है। इससे आर्थिक तंगी की समस्या से भी निजात मिलती है।