हाल ही में नॉर्विजियन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने नियमित रूप से गंभीर सिर दर्द (headache problem in the world) की परेशानी से जुजने वाळे लोगों को लेकर बडा खुलासा किया है। रिसर्चर्स की माने तो दुनिया की 52% आबादी हर साल किसी न किसी प्रकार के सिर दर्द का शिकार होती है। इसमें माइग्रेन, नॉर्मल सिर दर्द, चिंता से होने वाला सिर दर्द आदि शामिल हैं।
महिलाओं में सिर दर्द की समस्या ज्यादा- रिसर्चर्स के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं (migraine headache in women) को हर प्रकार का सिर दर्द ज्यादा होता है। माइग्रेन की बात करें तो जहां दुनिया भर में 17% महिलाएं इसकी मरीज हैं, वहीं केवल 8.5% पुरुष ही इसकी चपेट में आते हैं। करीब 6% महिलाओं को सिर दर्द लगातार 15 दिन या उससे ज्यादा रहता है, वहीं पुरुषों में ये प्रतिशत मात्र 2.9% है।
सिर दर्द के कारण- हर साल माइग्रेन की समस्या बढ़ती चली जा रही है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसके कई कारण हैं। ये मेंटल से लेकर फिजिकल, एनवायरनमेंटल, बिहेवियरल और साइकोलॉजिकल हो सकते हैं। इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने 1961 से 2020 तक के उन शोधों को स्टडी किया, जिनमें सिर दर्द से जुड़ा डेटा मौजूद था।
दुनिया में 14% लोग माइग्रेन के मरीज- 2019 में ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज द्वारा की गई एक स्टडी में पाया गया था कि पूरी दुनिया में माइग्रेन विकलांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है और 50 साल से कम उम्र की महिलाओं में विकलांगता का पहला सबसे बड़ा कारण है। वैज्ञानिकों ने रिसर्च में बताया है कि दुनिया में 14% लोग माइग्रेन के मरीज हैं। वहीं, 26% लोगों को इतनी चिंता होती है कि यह गंभीर सिर दर्द की वजह बन जाती है। शोध के मुताबिक, विश्व में हर दिन 15.8% लोग सिर दर्द से जूझते हैं।