गर्भवती महिलाओं और शिशु के लिए पीच बहुत ही फायदेमंद है। पीच विटामिन सी, आयरन, पोटैशियम और डायट्री फाइबर का बेहतरीन स्रोत होते हैं। इससे गर्भवती महिला को भरपूर पोषक तत्व मिल जाते हैं। इसमें मौजूद विटामीन सी भ्रूण के विकास में अहम भूमिका निभाता है। इससे भ्रूण की हड्डियों, दांतों और अन्य महत्वपूर्ण ऊतकों के निर्माण एवं विकास में मदद मिलती है।
पीच में पोटैशियम उच्च मात्रा में होता है
पीच में डायट्री फाइबर होते हैं जो गर्भवती महिला के पाचन मार्ग को स्वस्थ बनाए रखते हैं जबकि आयरन और पोटैशियम आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। पीच में पोटैशियम उच्च मात्रा में होता है जो प्रेग्नेंसी में बहुत जरूरी है। इससे शरीर में फ्लूइड संतुलित मात्रा में रहते हैं। पोटैशियम थकान, ऐंठन और सूजन जैसी प्रेग्नेंसी की आम परेशानियों से लड़ने में भी उपयोगी होता है।
हड्डियों को मजबूत करता है पीच
इससे एंग्जायटी, डिप्रेशन और मूड स्विंग्स का खतरा भी कम होता है। हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए यह पोषक तत्व जरूरी होता है। इससे शिशु की हड्डियों को मजबूत करने में मदद मिलती है। सौ ग्राम पीच में 20 मिलीग्राम फास्फोरस होता है। वैसे तो पीच खाने के बहुत फायदे होते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में ही इस फल का सेवन करना चाहिए।
कितना पीच खाना चाहिए
प्रेगनेंट महिला को एक दिन में 500 ग्राम से ज्यादा मात्रा में पीच नहीं खाने चाहिए। 100 ग्राम पीच में 7 मिलीग्राम विटामिन सी होता है। खाने से आयरन को अवशोषित करने के लिए विटामिन सी जरूरी होता है और गर्भावस्था में आयरन की कमी होने का खतरा रहता है। इसलिए प्रेगनेंट महिला को यह फल जरूर खाना चाहिए।