अक्सर लोग योग को एक धीमा माध्यम मान लेते हैं, लेकिन ऐसा है नहीं। योग आपको हेल्दी रहने में कई तरह से मदद कर सकता है। जानिए क्या हैं योग के फायदे. योग से रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। योग से शरीर स्वस्थ और निरोग बनता है।
योग सेहतमंद जीवन के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। और हो भी क्यों न आखिर योग के फायदे ही इतने हैं। योग शुगर, कब्ज जैसी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है। योग और ध्यान मन की शांति और बेहतर सेहत के लिए जरूरी माना जाता है। अक्सर लोग सोच बैठते हैं कि योग केवल शरीर को लचीला बनाने के लिए ही किया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है।योग के ढेरों आसन हैं, जिनके कई फायदे हैं। योग की सहायता से आप जीवन भर जवां और स्वस्थ बने रह सकते हैं।
1. मन रहेगा शांत: योग से मांसपेशियों का अच्छा व्यायाम होता है, लेकिन चिकित्सा शोधों ने ये साबित कर दिया है की योग शारीरिक और मानसिक रूप से वरदान है। योग से तनाव दूर होता है और अच्छी नींद आती है, भूख अच्छी लगती है, इतना ही नहीं पाचन भी सही रहता है।
2. प्रतिरोधक क्षमता: बीमारियों से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का बेहतर होना जरूरी है। प्रतिरोधक प्रणाली के कमजोर होने से शरीर विभिन्न रोग का आसानी से शिकार बन जाता है। आप चाहे स्वस्थ हैं या नहीं हैं, दोनों ही स्थिति में योग करना फायदे का सौदा साबित होगा। योग से प्रतिरोधक प्रणाली बेहतर होती है।
3. नींद: दिनभर काम करने के बाद रात को अच्छी नींद लेना जरूरी है। इससे शरीर को अगले दिन फिर से काम करने के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। पर्याप्त नींद न लेने पर दिनभर बेचैनी, सिरदर्द, आंखों में जलन और तनाव रहता है। चेहरे पर भी रोनक नजर नहीं आती। वहीं, अगर आप नियमित योग करते हैं, तो मन शांत होता है और तनाव से छुटकारा मिलता है, जिससे रात को अच्छी नींद सोने में मदद मिलती है।
4. शरीर बनता है लचीला: के विभिन्न आसनों से शरीर के अलग-अलग हिस्सों को फायदा पहुंचता है। योग में शरीर के हर छोटे से छोटे अंग का व्यायाम होता है। और आपका शरीर लचीला बनता है या कह लें कि शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है।
5. चिंताओं से मुक्ति: दिन भर में कुछ मिनट का योग दिन भर की चिंताओं से मुक्ति दिलाता हैं। न केवल शारीरिक अपितु मानसिक चिंताओं से भी। योगासन,प्राणायाम और ध्यान तनाव दूर करने का कारगर उपाय हैं।
6. अंतर्ज्ञान की शक्ति में सुधार: योग तथा ध्यान आपके अंतर्ज्ञान की शक्ति को सुधारता हैं। जिससे आपको यह पता चलता हैं कि क्या, कब, कैसे करना हैं जिससे आपको सकारात्मक परिणाम मिले। यह कार्यकर्ता हैं, इसे केवल आपको अनुभव करना हैं। अतः योग का लगातार अभ्यास करे। आप जितना अधिक गहरा अभ्यास करते हैं, उतना अधिक आपको लाभ मिलता हैं।
7. मोटापा: एक ऐसी स्थिति है जहां शरीर मे वसा (फैट) जमा होता है जो दिल के दौरे जैसे स्वास्थ्य जोखिमों को बढ़ाने का कारण बन सकता है । तनाव, गलत जीवन शैली और बुरे खाने की आदत से मोटापा होता है । योग का उद्देश्य बेहतर खानपान और शारीरिक गतिविधिओं के माध्यम से अरोग को बढ़ावा देना है। योग का नियमित अभ्यास करने से निश्चित रूप से मोटापा कम किया जा सकता है । विभिन्न योग आसन के माध्यम से वजन कम करने के सहायता मिल सकती है और तनाव पर नियंत्रण पाया जा सकता है ।
8. प्राणायाम: योग के अंग प्राणायाम एवं ध्यान भी योगासनों की तरह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं, प्राणायाम के द्वारा श्वास प्रश्वास की गति पर नियंत्रण होता है जिससे श्वसन संस्थान सम्बन्धित रोगों में बहुत फायदा मिलता है | दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों में तो प्राणायाम बहुत फायदेमंद है ही साथ ही इससे फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे शरीर की कोशिकाओं को ज्यादा ऑक्सीजन मिलने लगती है जिसका पूरे शरीर पर सकारात्मक असर पड़ता है |